ओमीक्रोन कोरोना का नया अवतार

                                                  ओमीक्रोन कोरोना का नया अवतार 

                                                                                                                                                                                             
                                                                     ओमिक्रोन क्या है ?

ओमीक्रोन कोरोना की  बीमारी का नया अवतार है। कोरोना वायरस के इस वेरिएंट बी. १. १. ५२९ को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने  ओमीक्रोन का नाम दिया है। ओमीक्रोन पिछले कोरोना से ज्यादा संक्रमित है। याने तेजी से फ़ैल  रहा है। वैज्ञानिको के मुताबित इस वायरस ४३ म्युटेशन (वायरस में बदलाव) है। जब की पहले करोना में १८ म्युटेशन थे। वैज्ञानिको के संशोधन के अनुसार D614G नाम का म्यूटेशन, जो हमारे स्नायु में  जल्दी से घुसता है।  वह म्यूटेशन ओमिक्रोन में है। यह म्युटेशन के कारण ही इसके सिकंजे में इस बार पांच साल के बच्चे भी आ रहे है।

ओमिक्रोन नाम का कोविड का नया अवतार भारत में  बहोत ही जल्द फैल रहा है। यह हर उम्र के लोगो को संक्रमित करता है। छोटे बच्चे भी संक्रमित हो रहे  है। भारत के १७ राज्यों में फ़ैल गया है! उसकी रफ़्तार दूसरी वेव से भी अधिकहै। इसलिए राज्यों में रात्रि कर्फ्यू चालू हो गए है। होटल्स और सिनेमा घर बंध हो रहे है। परिस्थिति गंभीर हो रही है। हरेक राज्यों ने फिरसे प्रतिबन्ध लगाना चालु कर दिया है। सब के मन मे फिर से डर बैठने लगा है। फिर से हॉस्पिटल में करोना के बेड लगने लगे है। दूसरी वेव में  इस बिमारी के खर्च ने कही जीवन तबाह कर दिए थे।

                                               ओमिक्रोन के लक्षण क्या है?

करोना की दूसरी लहर में डेल्टा वेरिएंट प्रमुख था।  इस वेरिएंट के कारण दूसरी लहर में सांस लेने में तकलीफ, नाक बध होना, खांसी, तेज बुखार, सीने में दर्द, ऑक्सीजन की कमी थे। मगर इस बार के लक्षण ज़रा  अलग है। इस बार ओमीक्रोन नाम का वेरिएंट है। उसके लक्षण अलग है। जो इस प्रकार के है।

हल्का बुखार, गले  खराश, शारीरिक थकान, कमजोरी,सुखी खांसी और शरीर में दर्द ओमिक्रोण के  प्रमुख लक्षण है। यह  बहोत ही जल्द फैलता है। मगर दर्दी १ सप्ताह में स्वस्थ भी हो जाता है। खांसी, शरदी  बुखार के लिए  भारत में अनेक नुस्खे है। जो पीढ़ीओ से आजमाए  जाते है। यह नुस्खे की कोई आड़ असर नहीं होती है। क्योकि यह आयुर्वेदिक और घर की रसोई के सामान से बने होते है। मै आपको शरदी, खांसी और बुखार के नुस्खे  बताता हु। जो आप को काफी राहत देगा।                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                बुखार उतरने के नुस्खे                                                                                                                                                                                                                                                                 

****अदरक, निम्बू, तुलसी का रस  समान मात्रा में लेकर शहद में मिलाकर सेवन  करने से बुखार, शरदी, खांसी और शरीर का दर्द  ख़त्म हो जाता है। वयस्क की मात्रा दिन में दो बार दो चम्मच और बच्चो को दिन में दो बार एक चम्मच लेना है। 

 ****पुदीना और अदरक का रस निकाल के मिक्स करके सुबह और शाम दो चमच  पीने से  बुखार उतर जाता है।  बच्चो को १ चमच पिलाना है। 

****तुलसी का रस १० ग्राम, मरी का चूर्ण ५ ग्राम को आधा चमच शहद  में मिलाकर पीने से  बुखार उतर जाता है। बच्चो को आधी मात्रा में देना है।  

****तुलसी के पान, अजमोद और सौठ तीनो को समान मात्रा में लेकर उसका  चूर्ण बनाये। इस चूर्ण को शहद के साथ मिलाकर सेवन करने से  बुखार उतर जाता है। व्यस्क दिन में दो बार  २ चमच ले।  बच्चो को दिन में २ बार १ चम्मच दे।

                                                                  खासी और कफ दूर करने के नुस्खे                               

                                                                                                                           

   

****५ से ६ अरडूसी के पान, दो  इंच अदरक का टुकड़े को कूटकर उसका ख़त्म रस निकालके, रस  बखांसी रोबर  उसमे शहद को  मिलाकर २  बड़े चम्मच खाली पेट सुबह पीने से पुरे कफ को बाहर  निकालकर खांसी को ख़त्म करता है। बच्चो को १ चम्मच देना है। 

****थोडा  खजूर खाके ऊपर गरम पानी पीने से फफडे में जमा कफ को निकालकर  खांसी  और कफ से छुटकारा दिलाता है।

****नींबू के रस में, रस से दो गुना शहद मिलाकर  दिन में तीन बार पीने से कफ और खांसी दोनों ख़त्म हो जाते है।

****चने को नमक और हल्दी में भूनकर एक मुठ्ठी सुबह और  रात को खाकर  बिना पानी पिए  रहने से कफ और  खांसी से छुटकारा मिलता है।

                                                                 शारीरिक कमजोरी दूर करने के  नुस्खे

          

****भोजन के बाद दो या तीन केले खानेसे शारीरिक  कमजोरी दूर होती है। 

****मोसंबी का रस  दिन दो गिलास पीने से शारीरिक कमजोरी दूर होती है।

****५  खजूर को १ गिलास दूध में उबालकर पीने से शारीरिक ताक़त बढ़ती  है। 

**** रोज सुबह रातभर  पानी  में  भिगोये हुए  चने खाने से शारीरिक ताक़त बढ़ती है।  

 ऊपर के सभी नुस्खे भारत में पीढ़ीओ से प्रयोग किये जाते है। आयुर्वेद के होने की वजह से कोई भी गलत असर नहीं होती है। हर कोई  खरीद सकता है है। आशा करता हु के यह नुस्खे आप को ओमीक्रोन कोरोना के इस नए अवतार से स्वस्थ करने में जरूर मददरूप होंगे। 

जरुरी माहिती: इस "ओमीक्रोन का नया अवतार"पोस्ट में दी गयी माहिती इंटरनेट से ली गयी है। इसमें दिए हुए सभी रोगो के उपचार  किसी आयुर्वेदाचार्य की सलाह लेने के बाद ही करे।

   आगे का पढ़े :  १.                       २.

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