कुंभ मेला समाप्ति

कुंभ मेला -४ में, अप्रैल माह में पड़ने वाले शाही स्नान और पर्व स्नान की माहिती दूंगा। अप्रैल माह में पड़ने वाले सभी स्नान के लिए आप को क्या नियम ध्यान में रखने है, उसकी माहिती मिलेगी ताकि हरीद्वार पहुंचने के बाद आपको मुसीबत का सामना न करना पड़े।
इसके पहले की ३ पोस्ट जिसमे मै ने कुंभ स्नान के बारे मे काफी माहिती दी हुई है। अगर आपको जानना है की, कुंभ मेला क्या है?, इसे क्यों मनाया जाता है?, कुंभ मेले के कितने प्रकार है?, कुंभ मेला कब, कहा और क्यों मनाया जाता है?, कुंभ मेले में नागा बावा की रहस्यमय जानकारी लेना चाहते है?, अगर आप कुंभ मेले की पौराणिक कथा और संत रविदास और गंगा माँ की कथा के बारे में जानना चाहते है? तो मेरी पिछली तीन पोस्ट जरूर पढ़े।
मै ने ०६/१२/२०२० को कुंभ मेला, ०२/०१/२०२१ को कुंभ मेला -२ और ०५/०२/२०२१ को कुंभ मेला - ३ लिखी हुई पोस्ट में ऊपर दी हुई सारी माहिती दी है। इस पोस्ट में मै केंद्र सरकार का दिशा निर्देश, सुरक्षा व्यवस्था आदि के बारे मे बताऊंगा ताकि आपको मुसाफरी में सरलता रहे। जब की फिर से कोविड तेजी से फ़ैल रहा है तब सरकारी व्यवस्था भी कड़ी हो चुकी है। इसलिए सभी यात्रियों को भी नियमो का पालन सख्ती से करना होगा।
अप्रैल में आनेवाले शाही और पर्व स्नान
अप्रैल माह में, २ पर्व स्नान और ३ शाही स्नान है। पहला १२/०४/२०२१, सोमवार को सोमवती अमावस्या का शाही स्नान, दूसरा १३/०४/२०२१, मंगलवार को चैत्र सूद प्रतिपदा का पर्व स्नान, तीसरा १४/०४/२०२१, बुधवार का मेष संक्रांति का शाही स्नान, चौथा २१/०४/२०२१, बुधवार को राम नवमी का पर्व स्नान और २७/०४/२०२१, मंगलवार को बैशाखी पूर्णिमा का आखरी शाही स्नान है। उस दिन हनुमान जयंती भी है। ये कुंभ मेला का आखरी दिन भी है।
सरकार के दिशा निर्देश

इस बार कोविड फिर से तेजी से फ़ैल रहा है, तो ये तो जाहिर है की सरकार का रवैया कोविड के नियम पालन में सख्त होगा। केंद्रीय स्वास्थ मंत्रालय के जाहिर किये हुए दिशा निर्देश के अनुसार, उत्तराखंड में हरिद्वार आने के लिए सरकार से पंजीकरण करवाना होगा। हर एक भकत के पास RTPRC का नेगेटिव रिपोर्ट लाना जरुरी है। जो ७२ घाटे से पुरानी नहीं होनी चाहिए। सरकार के दिए हुए आकड़े से अनुसार अबतक ९७४ लोगो को दण्डित किया गया है।
सरकार के निर्देश के अनुसार, आरोग्य सेतु एप मोबाइल में होना जरुरी है। ६ फ़ीट का दुरी बनाये रखना जरुरी है। जाहिर में थूकना मना है। गंगा स्नान ३ या ४ डुबकी में ही समाप्त करना होगा ताकि स्नान के लिए भीड़ न हो। मास्क लगाना अनिवार्य है। अगर आप के पास मास्क नहीं है तो पार्किंग प्लाट के पास काम दामों में मिलेगा। जरुरतमंद को मुफ्त में उपलभ्ध करवाया जाएगा। दिशा निर्देश के अनुसार, ६५ साल के उम्र से ज्यादा, गर्भवती महिलाए, १० साल के काम उम्र के बच्चे और बीमार व्यक्ति हो सके तो न आये क्योकी उन सब को कोविड होने का खतरा ज्यादा है।
सरकारी सुरक्षा व्यवस्था
सरकार के निर्देश अनुसार, सुरक्षा व्यव्श्था के लिए, BSF, CISF, IBBP, NSG, SSB और CRPF की टीम सुरक्षा के लिए तैनात की जाएगी। जिस कोविड वेक्सीन का टिका लगवाया होगा उसे ही टीम में शामिल किया जाएगा। इस के साथ रेडियो कम्युनिकेशन और करीब १००० कैमरा भी लगाए गए है। इस तरह सुरक्षा व्यवस्था बहुत ही अच्छी है। सुरक्षा कर्मचारी के लिए अद्यतन कैंप का निर्माण किया गया है। ताकि २४ घंटे कुंभ मेले पे ध्यान रखा जा सके।
यात्रिओ को सुविधा
यात्रियों की सुविधा के लिए अनेक नए इंतजाम किये गए है। यात्रिओ के लिए नए शौचालय बनाए गए है। बहोत सारे टेम्पररी शौचालय बनाये गए है जो अलग अलग घाटों पे रखे जायेगे ताकि महिलाओ और बुजुर्गो को तकलीफ न हो। महिलाओ के लिए कपडे बदलने के लिए चेंजिंग रूम बनाए गए है। हर जगह पर कूड़ेदान रखे गए है ताकि यात्री घाटों पर कचरा न फेके और घाट पर सफाई रहे।
यात्री के वाहन की पार्किंग के लिए हर की पौड़ी के पास मल्टीलेवल पार्किंग की व्यवस्था है।हरकी पौड़ी के पास बहोत बड़ा विशाल मैदान है जो भी कार पार्किंग के लिए इस्तमाल किया जाएगा। यहाँ पर कार पार्किंग का चार्ज ७५/- रुपये रखा गया है। स्कूटर याने टु व्हीलर के लिए ३५/- तक रखा गया है।
हर एक स्नान के लिए बनाए गए घाटों पर सुन्दर पेंटिंग से सजाया गया है। स्वच्छता का काफी ख़याल रखा गया है। हरेक घाट में नए रेलिंग बनाए गए है ताकि यात्री उस रेलिंग के अंदर ही स्नान करके सुरक्षित रहे। घाट के ऊपर महिलाओ के लिए चेंजिंग रूम बनाये गए है। ताकि महिलाये निसंकोच कपडे बदल सके। हर एक घाट को गेरुए रंग से रंगा गया है।
यहाँ अनेक घात है जिसमे आप स्नान कर सकते है। जिसके नाम इस प्रकार है। अश्थी घाट, चंडी घाट, दक्षेश्वर घाट, गणेश घाट, गौ घाट, हरकी पौड़ी घाट, कांगला घाट,पंतद्वीप घाट, सप्त सरोवर क्षेत्र घाट, सती घाट, सुभाष घाट, सिंगद्वार घाट और सीता घाट. इन सभी घाटो को अच्छी तरह सजाया गया है। यात्रीको सभी तरह की सुविधा दी गयी है।
दिन में गंगा स्नान के बाद रात को गंगा आरती के लिए भी अच्छा इंतजाम किया गया है। इस बार नए और बहेतर किस्म की सुविधा उपलभ्ध की गयी है। रात के समय हरकी पौड़ी में स्ट्रीट लाइट लगाईं गई है। पूरी हरकी पौड़ी में ऐसी लाइट लगाईं गई है। सरकार ने अपनी और से बहोत ही अच्छी सुविधा यात्रीओ है। ताकि हरेक यात्री स्वच्छता से और स्वस्थापूर्वक गंगाजी में स्नान कर सके। अब यात्रिओ की भी जवाबदारी है की वह अपनी और से सरकार ने बनाये गए नियम का सहयोग करे और इस कुंभ मेले को यादगार बनाये।
आगे का पढ़े : १. होली २. गुड़ी पड़वा
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